बासंत सिंह की धान की फसल में आई जबरदस्त हरियाली
परिचय:
पंजाब के लुधियाना जिले के गांव देतवाल के किसान बसंत सिंह ने जब अपनी धान की फसल के लिए टर्बोक्स-जी ग्रैन्यूल्स और आस्था सूडो का इस्तेमाल किया, तब उन्होंने एक बड़ा बदलाव देखा। जहाँ पहले फसल में ठहराव और असमान वृद्धि देखी जा रही थी, वहीं अब उनकी फसल में ज़बरदस्त tillering (कल्ले बनना), समरूप वृद्धि, और हरियाली दिखाई दी। आइए जानते हैं इन दोनों उत्पादों के बारे में विस्तार से – ये क्या हैं, कैसे काम करते हैं और किसानों को क्या लाभ देते हैं।
टर्बोक्स-जी ग्रैन्यूल्स – एक सम्पूर्ण जैविक उर्वरक
क्या है टर्बोक्स-जी ग्रैन्यूल्स?
टर्बोक्स-जी एक ऑर्गेनिक ग्रेन्युलर खाद है, जिसे विशेष रूप से पौधों की तीव्र वृद्धि, मजबूत जड़, अधिक फूल और फल के लिए तैयार किया गया है। इसमें प्रोटीन, साइटोकाइनिन, एंजाइम और अमीनो एसिड जैसे पौधों को पोषण देने वाले प्राकृतिक तत्व शामिल हैं।
मुख्य गुण एवं कार्यशैली:
हार्मोन उत्तेजना: पौधे के अंदर साइटोकाइनिन और अन्य हार्मोनों का निर्माण कराता है जो कल्ले, जड़ों और पत्तियों की बढ़त को तेज़ी देता है।
तेज़ पोषण अवशोषण: पौधे की जड़ों द्वारा जल्दी अवशोषण के लिए फॉर्मूला तैयार किया गया है।
फूल-फल में वृद्धि: फल का आकार और गुणवत्ता दोनों बेहतर होती है।
प्रतिरोधक क्षमता में इज़ाफा: पौधा बीमारियों और कीटों से लड़ने में मजबूत बनता है।
मिट्टी में सूक्ष्मजीवों की सक्रियता: मिट्टी में लाभकारी माइक्रोब्स की संख्या बढ़ाता है जिससे जमीन उपजाऊ बनती है।
लाभ:
तेजी से बढ़ती जड़ें और हरे-भरे पौधे
फूल गिरने की समस्या में कमी
कम समय में अधिक फसल
जैविक खेती के लिए उपयुक्त
मिट्टी के उपजाऊपन को बनाए रखता है
किसानों के लिए उपयोग की विधि:
खपत: 8-10 किलोग्राम प्रति एकड़
प्रयोग विधि: पौधों के चारों ओर छिड़क कर पानी दें
पैकिंग: 1kg पाउच से लेकर 50kg ड्रम तक
आस्था सूडो – रोग प्रतिरोधी जैव फंगी-साइड
क्या है आस्था सूडो?
आस्था सूडो एक जैविक फंगी-साइड और ग्रोथ प्रमोटर है जो सूडोमोनस फ्लुओरेसेंस नामक लाभकारी बैक्टीरिया पर आधारित है। यह फसल की जड़ों के आस-पास मौजूद होता है और हानिकारक रोगजनकों को खत्म करके पौधे को स्वस्थ बनाता है।
मुख्य कार्यशैली:
एंटीबायोटिक उत्पादन: प्राकृतिक रोगनाशक तत्वों का निर्माण कर रोग को दबाता है
सूक्ष्मजीवों से प्रतिस्पर्धा: हानिकारक जीवों को खाद्य और स्थान से वंचित करता है
साइडरोफोर उत्पादन: पौधे के लिए आवश्यक लोहा उपलब्ध कराता है, परन्तु रोगजनकों को नहीं
एनज़ाइम्स द्वारा रोगजनकों को खत्म करता है
लाभ:
बिना केमिकल के रोग नियंत्रण
मजबूत जड़ें और स्वस्थ पौधा
मिट्टी की सूक्ष्मजीव विविधता में वृद्धि
जैविक खेती में प्रयोग हेतु प्रमाणित
रासायनिक फंगी-साइड का कम प्रयोग, जिससे मिट्टी सुरक्षित रहती है
किसानों के लिए उपयोग की विधि:
बीज उपचार: 10 ग्राम/किलोग्राम बीज
मिट्टी में मिलाना: 2.5 किलो प्रति हेक्टेयर खाद के साथ
फोलियर स्प्रे: 5 ग्राम प्रति लीटर पानी
रूट डिपिंग: 10 ग्राम प्रति लीटर पानी में पौधों की जड़ों को डुबोएं
अन्य किसानों को क्या सीख मिलती है?
बासंत सिंह जैसे किसान जब टर्बोक्स-जी ग्रैन्यूल्स और आस्था सूडो का उपयोग करते हैं, तो उनकी फसल में:
अधिक कल्ले निकलते हैं
फसल में समान विकास होता है
मिट्टी में पोषण और सूक्ष्मजीवों की संख्या में वृद्धि होती है
रोगों से बेहतर सुरक्षा मिलती है
कुल मिलाकर उपज में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होती है
निष्कर्ष:
अगर आप भी अपनी फसल को जल्दी बढ़ते, बीमारियों से बचाते और मिट्टी को उपजाऊ बनाना चाहते हैं, तो टर्बोक्स-जी ग्रैन्यूल्स और आस्था सूडो का इस्तेमाल करें। जैसे बसंत सिंह को फायदा हुआ, वैसे ही आपकी फसल भी हरी-भरी और ज़्यादा पैदावार देने वाली होगी।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:
डिस्ट्रीब्यूटर: कुलवंत राइ राजेश कुमार (मुकेश गुप्ता)
गाँव: देतवाल, लुधियाना, पंजाब
मोबाइल: 8968768125
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